नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) के सदस्यों ने गुरुवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी में मार्च निकाल कर बलात्कारियों के लिए फंासी की सजा की मांग की। मार्च राजघाट से शुरू हुआ लेकिन पुलिस ने आईटीओ के पास उसे रोक दिया। प्रदर्शनकारी ससंद तक मार्च करना चाहते थे। विरोध मार्च में शामिल प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे थे, ;;निर्भया हम शर्मिंदा हैं, तेरे बलात्कारी ज़िंदा हैं।
डीसीडल्ब्यू सदस्यों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके शांतिपूर्ण मार्च को आईटीओ पर रोक दिया और ;;क्रूरता से;; उनपर हमला किया। पुलिस ने इन आरोपों से इनकार किया और कहा कि प्रदर्शनकारियों ने उनपर चूडिय़ां फेंकी हैं। पुलिस ने इससे पहले कहा था कि प्रदर्शनकारियों को जंतर-मंतर पर ही रोक लिया जाएगा। ससंद में जारी शीतकालीन सत्र की वजह से उन्हें आगे नहीं बढऩे दिया जाएगा। अनिश्चिकालीन भूख हड़ताल पर बैठीं डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने सोमवार को केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र लिख सरकार से निर्भया कोष में जमा करोड़ों रुपये राज्य सरकारों को बांटने की मांग की थी। -(एजेंसी)