बढ़ता जा रहा है अमेरिका और इराक के बीच तनाव

इराक की राजधानी बगदाद के नजदीक ग्रीन जोन और एयर बेस पर रॉकेट से हमला हुआ। अबतक किसी के हताहत होने की खबर नहीं आयी है। ईरान के विदेश मंत्री ने कहा पश्चिम एशिया में अमेरिका के अंत की शुरूआत हुई । ईरानी सेना के कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के शोक में हजारों लोगों ने निकाला जुलूस, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा अगर तेहरान अमेरिकियों पर हमला करेगा तो उसके 52 ठिकानों को निशाना बनाया जाएगा।

इराक़ी सेना ने कहा है कि राजधानी बग़दाद समेत कई इलाक़ों में रॉकेट हमले हुए हैं। ये रॉकेट हमले अमेरिकी दूतावास के नज़दीक ग्रीन ज़ोन, बग़दाद के नज़दीक जदरिया और अमेरिकी सुरक्षाबलों वाले बलाद एयरबेस पर हुए हैं। सेना ने कहा कि इन हमलों में किसी की मौत नहीं हुई है। ईरान समर्थित मिलिशिया लड़ाकों ने बीते कुछ सप्ताह में ऐसे हमले किए थे। 

लेकिन अब अमरीका के हवाई हमले में ईरान के कमांडर क़ासिल सुलेमानी के मारे जाने के बाद तनाव में और बढ़ोतरी हुई है। इराक़ी सेना को रविवार शाम तक अमेरिकी बेस से कम से कम एक हज़ार मीटर पीछे हटने को कहा है। वहीं, इराक़ी पुलिस का कहना है कि जदरिया में मिसाइल के हमले में पांच लोग घायल हुए हैं

ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने कहा कि मध्य पूर्व में अमेरिका की मौजूदगी का अंत शुरू हो गया है। अमेरिकी के विदेश मंत्री के दिए बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए जावेद जरीफ ने एक फोटो पर ट्वीटर पर साझा किया है जिसमें सुलेमानी की मौत पर लोग शोक व्यक्त कर रहे है। 

अमेरिका के राष्ट्रपति ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ईरान, अमेरिका के खिलाफ कोई कार्रवाई करेगा तो उसे कड़े परिणाम भुगतने होंगे। ट्वीट कर ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के निशाने पर ईरान के 52 ठिकाने है जिसमें से कुछ ईरान के लिए अति महत्वपूर्ण है। ईरान को जल्द ही भुगतना होंगे परिणाम। अमेरिका कोई जोखिम नहीं उठाना चाहता है। 

कासिम सुलेमाने ने पहले से हमारे दूतावास को निशाना बनाया था और साथ ही दूसरी जगहों पर भी हमला करने की योजना बना रहा रहा था। कई सालों से ईरान के साथ समस्या बनी हुई है। ईरान को इसे एक चेतावनी की तरह लेना चाहिए। अगर ईरान किसी भी अमेरिकी या उसकी संपत्ति पर हमला करता है, तो उसके 52 ठिकानों को निशाना बनाया जाएगा। 

हाल ही में अमेरिका की कुछ संपत्तियों को निशाना बनाने के बारे में ईरान बहुत ही साहस से बात कर रहा है कि उसके आतंकवादी नेता, जिसने हाल ही में एक अमेरिकी को मार डाला था और कई अन्य लोगों को बुरी तरह से जख्मी किया था...उन सभी लोगों के बारे में नहीं बता रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर तेहरान अमेरिकियों पर हमला करता है तो 52 ईरानी स्थलों को निशाना बनाया जाएगा।  

ट्रंप ने हमलावरों को धमकी दी है कि उनको तलाशकर उनका खात्‍मा किया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि मेरे नेतृत्‍व के अंतर्गत आतंकवादियों के प्रति अमेरिका की नीति स्‍पष्‍ट है जिन्‍होंने किसी अमेरिकी को नुकसान पहुंचाया है या ऐसा करने की साजिश रच रहे हैं। उनका खात्‍मा करेंगे। हम हमेशा अपने राजनयिकों और अपने लोगों की रक्षा करेंगे।

अमेरिका द्वारा किए गए हवाई हमले में ईरानी सेना के कमांडर कासिम सुलेमानी और अन्य की मौत पर इराक में हजारों लोगों ने विरोध मार्च निकाला। अमेरिकी ड्रोन हमले के बाद से ईरान और अमेरिका के बीच छद्म युद्ध छिड़ने की आशंका पैदा हो गई है। मेजर जनरल सुलेमानी की शुक्रवार को हुई मौत को दोनों देशों के बीच के अब तक के सबसे बड़े तनाव के रूप में देखा जा रहा है।

ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के डिप्टी कमांडर ने कहा है कि ईरान के शीर्ष सैन्य कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी को मार कर वाशिंगटन ने तेहरान को “यथोचित” जवाब देने की चुनौती दी है। इसी बीच इराक के प्रधानमंत्री, कासिम सुलेमानी और इराकी अर्द्धसैनिक बल के उप प्रमुख अबू महदी अल मुहंदिस के लिए आयोजित शोक सभा में शामिल हुए।

शोक सभा में मुहंदिस के सहयोगी हादी अल अमेरी, शिया धर्मगुरु अम्मार अल हकीम, पूर्व प्रधानमंत्री नूरी अल मलिकी और ईरान समर्थक अन्य गणमान्य लोग भी शामिल हुए। कासिम सुलेमानी का शव ईरान के उत्तर पूर्व में शिया लोगों के पवित्र शहर मशहद में ले जाया जाएगा, और बाद में उनके गृहनगर करमन में मंगलवार को दफनाया जाएगा।

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कासिम सोलेमानी के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए उनके घर का दौरा किया। सोलेमानी को खमेनी के बाद ईरान में दूसरा सबसे शक्तिशाली व्यक्ति माना जाता था।



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