महाराष्ट्र में इस समय सरकार बनाने को लेकर काफी विवाद हो रहा है। दरअसल महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव-2019 में किसी एक पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हो पाने की वजह सरकार गठन को लेकर विवाद खड़ा हुआ है। 2019 चुनाव में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी को 288 विधानसभा सीटों में से 105 सीटों पर जीत हासिल हुई। वहीं शिवसेना को 56 सीटें, एनसीपी को 54 सीटें और कांग्रेस को 44 सीटें हासिल हुईं।
गूगलमहाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद संख्याबल नहीं होने के चलते बीजेपी ने सरकार बनाने से इंकार कर दिया। जिसके बाद शिवसेना अन्य दलों का समर्थन हासिल करने में जुट गई है। दरअसल शिवसेना चाहती है की महाराष्ट्र में इस बार शिवसेना का ही कोई नेता मुख्यमंत्री बने। ऐसे में शिवसेना ने बीजेपी से किनारा कर लिया है।
गूगलआपको बता दें कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवसेना को समर्थन जुटाने के लिए एक निश्चित समय दिया था। लेकिन तय समय के अंदर शिवसेना समर्थन नहीं जुटा सकी। जिसके चलते राज्यपाल ने एनसीपी को सरकार बनाने का न्योता दिया। ऐसे में सरकार बनाने का न्योता मिलते ही एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने शिवसेना प्रमुख से फोन पर बातचीत के दौरान एक दमदार ऐलान किया। उन्होंने दमदार ऐलान करते हुए कहा कि एनसीपी अब शिवसेना के साथ सरकार बनाना चाहती है, लेकिन कांग्रेस सरकार गठन को लेकर एक राय नहीं बना पा रही है। इसलिए इसमें देरी हो रही है।
(सोर्स- आज तक डॉट कॉम)