बांग्लादेश के खिलाफ गुरुवार को राजकोट में होने वाले दूसरे टी20 मुकाबले के लिए टीम इंडिया जब मैदान पर उतरेगी तो उसका इरादा मुकाबले को जीतकर सीरीज को बराबरी पर लाने का होगा। महमूदुल्लाह की कप्तानी में बांग्लादेश ने दिल्ली में हुए पहले टी20 मुकाबले को आसानी से जीतकर भारत के खिलाफ टी20 में पहली जीत हासिल की थी। बांग्लादेश के लिए यह जीत मनोबल को बढ़ाने वाली रही। भारत को पिछले कुछ समय में टी20 प्रारूप में वैसी सफलता नहीं मिली है जैसी टीम ने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और टेस्ट क्रिकेट में हासिल की है और यह इस साल के नतीजों में भी झलकता है।
भारत को इस साल आस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर हार का सामना करना पड़ा जबकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज बराबरी रही। भारत ने टेस्ट क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका का क्लीनस्वीप किया था। नियमित कप्तान विराट कोहली सहित कुछ सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में युवा खिलाड़ियों के पास यह सीरीज अपनी क्षमता दिखाने का मौका है। टीम इंडिया के लिए मैच से पहले शिखर धवन की फार्म और स्ट्राइक रेट भी चिंता का विषय है। भारत अगर बांग्लादेश के खिलाफ श्रृंखला गंवाता है तो उसकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि उसकी नजरें अगले साल आस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए टीम तैयार करने पर टिकी हैं।
दिल्ली में 42 गेंद में 41 रन बनाने वाले धवन के स्ट्राइक रेट और फार्म पर सवाल उठे है। इसके अलावा लोकेश राहुल पर भी दबाव होगा जो टेस्ट टीम में अपनी जगह गंवाने के बाद टी20 एकादश में अपनी जगह पक्की करने की कोशिशों में जुटे हैं। पहले टी 20 में युवा खिलाड़ियों से काफी उम्मीदें थी लेकिन श्रेयस अय्यर को छोड़कर कोई भी प्रभाव नहीं छोड़ पाया। ऋषभ पंत, कृणाल पंड्या और पिछले मैच में पदार्पण करने वाले आलराउंडर शिवम दुबे को अपने चयन को सही साबित करते हुए मुश्किल हालात में योगदान देना होगा। यह देखना होगा कि टीम प्रबंधन दुबे को एक और मौका देता है या केरल के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन को अंतिम एकादश में शामिल करता है।
कर्नाटक के बल्लेबाज मनीष पांडे को भी मौका मिल सकता है। भारत की अनुभवहीन गेंदबाजी भी टीम प्रबंधन के लिए चिंता का विषय है। तेज गेंदबाज खलील अहमद ने दिल्ली में चार ओवर में 37 रन लुटाए थे । युजवेंद्र चहल, कृणाल पंड्या और वाशिंगटन सुंदर की स्पिन तिकड़ी को विरोधी टीम की रन गति पर अंकुश लगाने के अलावा विकेट भी चटकाने होंगे।
दूसरी तरफ नौ मैचों में भारत के खिलाफ पहली जीत दर्ज करने के बाद बांग्लादेश की टीम श्रृंखला जीतने के इरादे से उतरेगी। पहले मैच में टीम के सबसे बड़े स्टार मुशफिकुर रहे जिन्होंने 149 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए नाबाद 60 रन बनाए। सीनियर बल्लेबाजों तमीम इकबाल और शाकिब की गैरमौजूदगी में टीम को रहीम से एक और अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। बांग्लादेश के गेंदबाजों विशेषकर स्पिनर अमीनुल इस्लाम और तेज गेंदबाज शफीउल इस्लाम ने पहले मैच में प्रभावित किया और वे इस लय को बरकार रखने की कोशिश करेंगे।